- Introduction Remarks by Ms. Saleha Ghazi
- First Performance by Dr. Madhu Bhatt Tailang
- Second Performance by Ms. Manjiri Kiran Mahajani
- Third Performance by Ms. Manesha A Agarwal.
- Fourth Performance by Ms. Ila Arun
- Last Performance by Padmabhushan Pt. Vishwa Mohan Bhatt.
Artist Category: Sumiran Series
कालबेलिया नृत्य राजस्थान की संस्कृति की पहचान है। इस नृत्य के जरिए राजस्थान की लाेक कला काे पूरे विश्व में अासानी से पहचाना जाता है। जाेधपुर के सुरमनाथ इस नृत्य शैली के प्रमुख कलाकार हैं। इन्हाेंने इस नृत्य की शिक्षा गुरु कालुनाथ कालबेलिया से प्राप्त की है जाे गायन में आकाशवाणी के प्रथम ग्रेड कलाकार भी हैं। सुरमनाथ बताते हैं कि गुरु कालुनाथ काे भारत की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी, स्व. राजीव गांधी, डाॅ. मनमोहन सिंह, राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह, स्व. ए.पी.जे अब्दुल कलाम अाैर सोनिया गांधी जैसी हस्तियाें के समकक्ष कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत करने का गाैरव हासिल है। सुरमनाथ ने अपने गुरु के साथ अनेक मंचाें से इस कला का परचम लहराया है। वाे स्वयं भी एक अतंरराष्ट्रीय कलाकार हैं अाैर अनेक प्रस्तुतियाें में उन्हाेंने पार्श्व गायिका इला अरुण का सहयाेग किया है। सुरमनाथ कालबेलिया के अलावा राजस्थान में प्रचलित अनेक लाेक नृत्य करने की कला में माहिर हैं। ये भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के भी एप्रूव्ड अार्टिस्ट हैं। इन्हाेंने भारत के अलावा पेरिस, इटली, जर्मनी, हांगकांग, जापान अाैर अमेरिका अादि देशाें में प्रस्तुतियां दी हैं।
प. कैलाश चन्द्र मोठिया का जन्म भीलवाड़ा में हूआ। उन्हें सँगीत की प्रेरणा अपनी बड़े भाई श्री जगदीश चन्द्र मोतिया से मिली। उन्होंने सँगीत और वायलिन की शिक्षा वादन सारंगी वादक प. प्रेमराज आर्य और श्री सत्यनारायण व्यास से घ्रणा की। इन्होंने सँगीत में B. Music भी किया।
कैलाश जी आकाशवाणी के प्रथम श्रेंणी कलाकार हैं। उन्होंने मशहूर गायक एम. जी. श्रीकुमार के साथ वायलिन वादन किया। वह 5 साल कुवैत में संगीत शिक्षक रहे। कैलाश जी 23 साल एम जी डी स्कूल में सँगीत शिक्षक रहे।
भारत के विभिन्न शहरों व अन्तरराष्ट्रीय देशो जैसे कुवैत, बहरीन, दुबई आदि में शास्त्रीय संगीत की विभिन्न सभाओं में सोलो वायलिन वादन प्रस्तुत किया।
सन 2011 मे नोकिया प्रतिभा खोज के अंतर्गत कैलाश जी का सिलेक्शन टॉप टेन में हुआ और उन्होंने नोकिया म्यूज़िक अल्बम में काम किया एव इस अल्बम को ग्रेमी अवार्ड के लिए नामांकित भी किया गया। उन्होंने 2012 में श्री म्यूज़िक फेस्टिवल, जयपुर और 2014 सप्तक समारोह अहमदाबाद में देश के वरिष्ठ कलाकारों की श्रेंणी में एकल वायलिन वादन किया।
Mehboob Khan Langa(Hichki) of Barmer is a famous folk singer of Rajasthan. He started his career at the age of 10 with his grandfather the legend late Shri Alladin Khan Langa. He is an international travelled artist. He mesmerized music lovers by his rocking performance in more than 10 countries like Germany, England, Paris, Switzerland, New York, Russia, Singapore, Japan etc. He has shared stage with famous singer Shri Rajan Salan at Elbert Hall of London and also shared stage with Shri. Anup Jalota, Mr. Kailesh Kher and Ms. Ila Arun
Mehboob Khan Langa (sonu) of Jaisalmer is a famous folk singer of Rajasthan. He started his career at the age of 5 and got his break at the same age with his father and Guru Saddik Khan Langa. He is an internationally travelled artist. He mesmerized music lovers by his rocking performance in more than 10 countries like Paris, Singapore, Mauritius, Japan and Canada etc. He has shared stage with famous singers like Ila Arun, Kabir bedi etc. He is performing with Ila Arun for 15 years. He also performed famous Kala Ghoda Festival of Mumbai with legend Ustad Zakir Hussain and Shankar Mahadevan.
Mohammed Vakil is a prolific singer, a doyen in his art which he has received as an inheritance, being born in a musical family, He performed as a child artist at an early age of 8 years, and his passion for music and proficiency in his craft led him to participate in the famous reality show ‘SAREGAMA’ wherein he bagged the winner’s title in both the finals in 1997 and Mega Finals in 1998.
His first break at Bollywood Playback came when he was offered to sing in the hit film Veer Zara and he has also sung under the music direction of the erstwhile Khayyam Saab and here onwards there was no looking back. Mohammed Vakil has gone on to win many awards & honours such as the “R.D.Burman Pancham Sanmaan in 1998, the Rajasthan Sangeet Aeademy Award 2001 by Govt. of Rajasthan, the Rajasthan Ratna Award, etc and has released many albums & singles which have brought him many accolades.
He has performed nationally & internationally with various renowned artists such as Bhupendra-Mitali, Late Jagjit Singh, Roop Kumar & Sonali Rathod, Shankar Mahadevan, Sonu Nigam, Kavita Krishnamurthy, Pankaj Udhas, Sunidhi Chauhan, Pandit Ajay Chakraborty, Anoop Jalota and Shreya Ghoshal
Radio City Super Singer 2016 Winner Rohit Kataria is performing from the age of 14 and done 2000 shows. He did MA Music (Vocals), Sangeet Nipun and Sangeet Visharad from Gandharv Mahavidhyaleh. Rohit has performed with Music Director Jatin Pandit & Ismail Darbar in “Meri Awaaz Suno”. He also performed for Gen. V.K.Singh & Mr. Ranjendra Rathore. He also performed with Mr. Ravindra Upadhaya and Mr. Dharmesh Raval. Rohit was Rajathan University Campus Star & Youth Icon Winner. Rohit has been awarded as Winner of Voice of Jaipur 2015; Rajasthan Got Talent 2015; Best Performer at WOW Factor 2017; Winner of 5 National Singing Competitions- Raga, Rhythm, Inferno, Swarangali & Sargam and Youth Icon Award By Shri Prabhu Lal Saini. He is running his own institute “Kataria’s Music Academy” as Vocal Teacher & Creating careers in music.
झंकृति जैन ने जयपुर घराने के शास्त्रीय कथक नृत्य की विधिवत शिक्षा 8 वर्ष की आयु से आरम्भ की तथा गुरु-शिष्य परम्परा के तहत वरिष्ठ कथक नृत्यगुरु डॉ. शशि साँखला जी के निर्देशन में कथक नृत्य में प्रसिद्ध गांधर्व महाविद्यालय, मुंबई से अलंकार व विशारद पूर्ण किया। उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से बैचलर इन पर्फ़ॉर्मिंग आर्ट (कथक) की डिग्री भी उच्च अंकों के साथ उत्तीर्ण की ।
झंकृति ने कई प्रतिष्ठित कार्यक्रमों में अपने गुरु के मार्गदर्शन में नृत्य प्रस्तुतियाँ दी हैं जिनमें उदय शंकर बैले फ़ेस्टिवल (श्रुति मंडल), महाराणा कुम्भा संगीत समारोह (वेस्ट ज़ोन कल्चरल सेंटर, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), हंगरी सरकार द्वारा प्रायोजित मोमसर उत्सव, राजस्थान दिवस समारोह (पर्यटन एवं कला विभाग, राजस्थान सरकार), तथा कथा बैले (जवाहर कला केंद्र) प्रमुख हैं । झंकृति ने नैशनल फ़ेडरेशन ओफ इंडीयन विमन के 21वे अधिवेशन, अंतर्रष्ट्रीय कला समिट, तथा विख्यात शो ‘सुन मेरे बंधु रे- A Tribute to S.D. Burman’ में एकल प्रस्तुतियाँ भी दी। युवाओं को संस्कृति तथा कला से जोड़ने हेतु झंकृति ने कथक नृत्य में नवाचार का प्रयोग कर आर्ट इन्स्टलेशंज़, थीयटर एवं देश-विदेश के प्रख्यात कलाकारों के साथ अपनी प्रस्तुतियाँ दी है।
Babu khan is famous Rajasthan singer. He started his eareer at early age and got his first break at the age of 16 to perform internationally in Russia and it does not end here he performed mesmerizing in more than 30 different countries like Canada, Australia, Hong Kong, Dubai, Malaysia and others.
He borrowed his voice to some of the most popular Bollywood movies such as, Nayak “Meenaxi”, “Luck by chance”, “Tell me khuda”, “kalank”, etc. He has shared stage with famous singer like A.R REHMAN, SHANKAR MAHADEVAN, ILA ARUN, SONU NIGAM, etc
राजस्थान के विख्यात मांड गायक व रेडियो आकाशवाणी के ‘ ए ‘ ग्रेड कलाकार पंडित गोपाल जी खींची आप किसी परिचय के मोहताज नहीं है ।
*आपने संगीत में तबला वादन की प्रारंभिक शिक्षा अपने बड़े भ्राता डॉ. ईश्वर सिंह खींची ( आगरा ) से ली । उसके बाद आपने प्रख्यात तबला नवाज़ उस्ताद हिदायत खान साब ( मुम्बई ) से ली । आपने गायन की शिक्षा महान शख्सियत एवम मांड गायक पंडित चिरंजी लाल जी तँवर , शमसुद्दीन जी ( गायन ) और बनारसी बाबू से गायन की शिक्षा ली ।
*आपने गुलाबी नगर जयपुर का नाम कई देशों में किया है । आपने कई देशों में अपनी कला का प्रदर्शन किया है जैसे कि अमेरिका , फ्रांस , पेरिस , लंदन , इटली , जर्मनी , स्विट्जरलैंड , हॉलेंड, हांगकांग , सिंगापुर और दुबई आदि ।
*अहमदाबाद में होने वाले सबसे बड़े कॉन्सर्ट “सप्तक” में दुनिया भर के कलाकार अपनी प्रस्तुति देते हैं , उस कॉन्सर्ट में पंडित भवानी शंकर जी ( पखावज ), उस्ताद सुल्तान खान साब ( सारंगी ) , साबिर खान ( सारंगी ), फजल कुरेशी ( तबला) इन सभी कलाकारों के साथ आपने अपनी प्रस्तुति दी ।
*दिल्ली में “अमीर खुसरो ” कॉन्सर्ट में आपने अपनी प्रस्तुति दी ।\
*पार्श्व गायिका अनुराधा पौडवाल जी के साथ आपने बेंगलुरु में प्रस्तुति दी ।
*भजन सम्राट अनूप जलोटा जी के साथ आपने ढोलक संगत की ।
*प्लेबैक सिंगर कैलाश खेर जी की शादी में आप ने प्रस्तुति दी ।
*टीवी सीरियल के नायक मुकेश खन्ना जी के साथ आप ने प्रस्तुति दी ।
*मशहूर डांस डायरेक्टर , कोरियोग्राफर सरोज खान जी व फ़िल्म की सबसे अच्छी नृत्यांगना व प्रसिद्ध अभिनेत्री माधुरी दीक्षित के साथ आपने गाने की प्रस्तुति दी ।
National level kathak performer, Gold Medallist in Kathak & disciple of Dr. Dipanwita Singha Roy Ms. Seemrit Kaur Khosla was born in 1987 in Kuwait. She has started her journey of kathak 20 years ago and learned both gharanas Lucknow & Jaipur. She has performed on many district & state level stages from childhood. She received Rajasthan Women Achievement Award from Padam Shri Gulabo Sapera, Best Classical Dancer Award 2007 & 2018 and Mahila Gaurav Samman. She was honoured by Chief Minister of Punjab.
She is running Kathak Nrityalya at Sikar, Rajasthan. She is founder & director of EICD project on digital media. She judged famous show dancing star of Punjab with Master Terrence. She judged famous show KKHD on Doordarshan & ZEE Punjabi Show DANCE HI DANCE. She is in India’s BEST TOP 100 on ZEETV famous reality show Dance India Dance.
Manjoor Khan is a name that finds special mention and respect among the folk music circuits of Rajasthan. Today he sings a wide repertoire or traditional Folk and Sufi songs. The special style of the Manganiyar Folk Music called Jangra includes a universe of songs for all occasions in life. From traditional wedding songs to welcome songs for a new born especially the happy occasions of life are accompanied by the strong and colorful songs of Manganiyar musicians. Manjoor and his group organisation and collaborations have presented the extraordinary western Rajasthan traditional music world wide. They have given the shows in more than 40 countries
Famous Harmonium player and singer Sanwar Mal Kathak was born in 1986 in Sri Dungargarh, Bikaner. He belongs to a musical family. He performed at the age of 10 in Sujangarh. He is basically Maund Singer.
He is the winner of Mand Samaroh continuously for 8 years. He had performaned with legendry singer Suresh Wadekar in Mumbai, Delhi, Udaipur, Jodhpur, Rohtak, Jalandhar, Allahabad etc. He also performed for Jan TV, NBC News, 90.4 FM Channel. He has been awarded “Sangeet Mani”- Dr. Jaichandra Sharma Award.
राजस्थान राज्य के पश्चिम में स्थित बाड़मेर जिले के बीसुकल्ला गांव निवासी लोक कलाकार गायक देऊखान मांगणियार है ये मांगणियार जाति से है जिनका परंपरागत काम गाना बजाना लोक संगीत ही है लोक संगीत विरासत में मिली!इन्होंने लोक संगीत गायन की तालीम अपने वालिद उस्ताद मुल्तान खान व ताऊ जी उस्ताद मरहूम चानन खान से ली! ये लोक गीतो/भजनों के साथ साथ सूफी भी गाते है खासकर जांगड़ा शैली (पुरानी ठोस वजनदार लोक गायकी) गाते है
इनको वर्ष 2019 में माननीय श्री अशोक गहलोत मुख्यमंत्री राजस्थान के कर कमलों द्वारा एक्सीलेंट परफॉर्मेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया व राजस्थान गणगौर फेस्टिवल में पर्यटन विभाग राजस्थान के उपनिदेशक श्री उपेंद्र सिंह जी शेखावत द्वारा राइजिंग पैशन आर्ट एंड कल्चर अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है इनको सुप्रसिद्ध गायिका व राजस्थान की आशा भोसले श्रीमती वीणा जी मोदानी, व प्रसिद्ध राजस्थानी गायिका बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर श्रीमती रजनीगंधा जी शेखावत, व इंडियन आइडल बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर देवेंद्र पाल सिंह के साथ एक ही मंच पर कार्यक्रम प्रस्तुत करने का मौका मिला ! के साथ साथ कई बड़े मंचो पर प्रस्तुति देने के अवसर मिले!
प्रसिद्ध लोक व मांड गायिका श्रीमती सरस्वती देवी धांधङा का जन्म 1957 में उदयपुर हुआ। उन्होनें शास्त्रीय संगीत (गायन) में विशारद किया है । वह अव्यावसायिक गायिका हैं और आकाशवाणी व दूरदर्शन में 25 वर्षों से निरंतर गायन करती हैं उन्होंने राज्सथानी फिल्म बाई चाली सासरिये,रमकुड़ी झमकुडी,दादोसा री लाडली,जोग संजोग.बाई रा भाग, बालम थारी चूदंडी,बिदंणी व हिन्दी फिल्म जुबेदा में पार्श्वगायन किया।
Creator of the Satvik Veena and heir to a 500-year musical legacy, Pt. Salil Bhatt represents the dynamic face of the new age, Indian musician. Being the Global Indian Musician’ honoured by the President of India, Dr. APJ Abdul Kalam for the creation of Satvik veena and being the first Indian musician to perform in the Parliament of Germany and to present Indian classical music in lceland, Reykjavik. Salil has done it all From Solo Concerts and International Collaboration to Exotic Jugalbandis and Global Fusions, Salil has not only managed to marvel audiences in India, bit also has a big fan base in Canada, Germany, Australia, America, Taiwan, England, Switzerland, lceland, Ireland, Scotland, Wales, Saudi Arabia, Oman, Kuwait, Singapore, Spain, Austria, and Italy
Pt. Salil Bhatt has been conferred the many awards for his outstanding achievements and his meritorious services rendered in the field of Indian classical music. Salil Bhatt is the illustrious son of the legendary Mohan Veena player and India’s GRAMMY AWARD winner Padmabhushan Pt. Vishwa Mohan Bhatt.
Belongs to the 7th Generation of Jaipur gharana of music and dance Mohit Gangani, Sanjeet Gangani, Nishit Gangani are the grand son’s of guru Pt Kundan Lal Gangani ji. The aim of parampara is to combine all the beautiful aspect of gayan vadan and nritya from the same family under the guidance of the lendary guru’s like Pt Rajendra Gangani ji, Pt Fateh Singh Gangani ji. The parampara implies to follow the traditionality of our ancestors and also present it to the whole music globe.
संजय रायजादा सुगम संगीत (गीत ,गज़ल व भजन) गायन में एक जाना पहचाना हस्ताक्षर हैl संजय ने संगीत की शिक्षा योग्य गुरू श्री राजीव भट्ट और उस्ताद अहमद हुसैन व मोहम्मद हुसैन से प्राप्त की है । आपने “अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लि.” (ABCL)के लिए भी गायन किया है ।
ज़ी टीवी के प्रसिध्द कार्यक्रम”सा रे गा मा” में भी आपने अपनी प्रभावी उपस्तिथी दर्ज की है । अभी हाल ही में राजस्थानी फिल्म “म्हारो गोविंद” में संगीत निर्देशन ( डा. गौरव जैन के साथ) और पार्श्व गायन किया है ।संजय के T series , Tipps और वीणा कम्पनियों से 60 से अधिक एल्बम जारी हो चुके हैं ।
“संस्कार” व “आस्था” चैनल के लिए *” सरल रामायण “व भजनों का गायन कर चुके हैं । संजय आकाशवाणी व दूरदर्शन से उच्च श्रेणी में अनुमोदित गायक हैं। विगत में आप राजस्थान बैंक और ICICI बैंक में कार्यरत रहे ।
देवव्रत भट्ट जयपुर घराने के एक युवा और उभरते हुए सितारे हैं। शास्त्रीय एवं आधुनिक संगीत पर बराबर पकड़ रखने वाले देवव्रत ने स्वमं को एक उत्कृष्ठ संगीतकार और गायक के रूप में स्थापित किया है। देवव्रत पेशे से बैंकर भी हैं । देवव्रत को कई राष्ट्रीय मंचों पर बहुत सराहा गया है। युवाओं के बीच इनकी लोकप्रियता का अंदाज़ा इनकी सोशल मीडिया पर पहुँच को देखकर ही लगाया जा सकता है। देवव्रत और भव्य ने साथ में कई गीत और ग़ज़लें तैयार की हैं। इनके पिछले गाने “राम-रावण” को यूट्यूब पर लाखों लोगों ने देखा और पसंद किया है। देवव्रत के साथ तबले पर उनके पिता व गुरु पं. हेमंत भट्ट अाैर हारमाेनियम पर उनके ताऊ पं. राजीव भट्ट ने संगत की।
कथक की दुनिया में एक उदीयमान नाम मनस्विनी ने 7 साल की कम उम्र में अपनी यात्रा शुरू की और गुरु शिष्य परम्परा के तहत पं. गिरधारी महाराज जी की ‘गंढाबंध शिष्य’ बनी। जयपुर घराना कथक की एक कलाकार, वर्तमान में वह गुरु पंडिता शमा भाटे जी के कुशल मार्गदर्शन में पुणे से प्रदर्शन कला में मास्टर डिग्री प्राप्त कर रही हैं।
इंटरनेशनल डांस काउंसिल UNESCO की सदस्य, मनस्विनी ने लखनऊ के भातखंडे संगीत विद्यापीठ से कथक के क्षेत्र में अपना “निपुण” पूरा किया है।
उन्होंने कथक के क्षेत्र में विभिन्न प्रशंसाएं भी जीती हैं और उन्हें जापान में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा चुना गया था।
उन्होंने अपने गुरु के साथ-साथ बज़्म-ए-जयपुर ’19, नित्यम वार्शिकोत्सव’18 , थिरक उत्सव, युग्म दिवस, शिल्पकला महोत्सव, रंग-ओ- नूर 2017, उदय शंकर बैले 2018, राजस्थान दिवस, नीर उत्सव जैसे प्रतिष्ठित समारोहों में एकल कलाकार के रूप में नृत्य प्रस्तुति दी है।
मनस्विनी को आईआईएस विश्वविद्यालय द्वारा ‘संस्कृति में उत्कृष्टता’ पुरस्कार, भारतीय ट्रेलब्लेज़र द्वारा कथक के क्षेत्र में “यंग अचीवर अवार्ड”, दर्शक संस्थान जयपुर द्वारा “बाल श्रेष्ठ” की उपाधि और राजस्थान संगीत संस्थान द्वारा कथक नृत्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया है।
डॉ गौरव-दीपशिखा जैन गायक युगल के रूप में संगीत क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान रखते हैं। गौरव का जन्म जयपुर में हुआ। संगीत शिक्षा पण्डित आलोक भट्ट तथा राज.विश्वविद्यालय के संगीत विभाग में ग्रहण की।गौरव, विश्व विख्यात संगीतकार ए आर रहमान के साथ मंच पर प्रस्तुति दे चुके हैं,ज़ी टी वी के प्रसिद्ध सा रे ग म कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ परफॉर्मर का पुरस्कार प्रापर किया साथ ही वी चैनल के सुपर सिंगर में देश के सर्वश्रेष्ठ 10 गायकों में स्थान बनाया। संगीत में पी एच डी हैं,वर्तमान में जयपुर के राजस्थान संगीत संस्थान में संगीत के व्याख्याता हैं। गौरव कई फिल्मों ,टी वी सीरियल और एलबम्स में अपनी आवाज़ दे चुके हैं। इनकी जीवन संगिनी दीपशिखा जैन भी एक कुशल गायिका हैं। सोनी टी वी के फेम गुरुकुल कार्यक्रम से देश भर में पहचान बनाने वाली दीपशिखा ने भी कई बॉलीवुड फिल्मों में अपनी आवाज़ दी है । इन दोनों ने भारत के अतिरिक्त अनेक देशों में अपनी प्रस्तुतियां दी हैं तथा दोनों ही आकाशवाणी व दूरदर्शन के नियमित कलाकार हैं।
राजस्थान की आशा भौसले के नाम से मशहूर वीणा मोदानी को संगीत के गुण विरासत में मिले हैं। उनके पिता डॉ. विनोद सोमानी हंस एल.आई.सी. में जाॅब करते थे साथ ही लेखन भी करते थे। माताजी विधा सोमानी हाॅउस वाॅइफ थी और गाने का शौक रखती थी। उन्ही से यह कला कुछ हद तक वीगा को विरासत में मिली । लेकिन शादी के बाद संगीत का सफर थम सा ही गया था, तब उनके पति विपिन मोदानी ने उन्हें नृत्य सिखाने के लिए प्रेरित किया और आज वह एक अकादमी (VEENA MODANI An Academy of Performing Arts) की डायरेक्टर हैं जिसमें हर उस के लोग नृत्य और संगीत दोनों सिख सकते है।वर्ष 2015 में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा वूमैन एमपॉवरमेंट अवार्ड, अलग-अलग संस्थान द्वारा दो बार वूमैन अचीवर अवार्ड, जूनियर आशा भोंसले अवार्ड, वुमेंस प्रोग्रेषन अवार्ड , संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए बृजमोहन गुप्ता कला अवार्ड, माहेश्वरी गौरव अवार्ड, वेलवेट वौइस् ऑफ राजस्थान , राजस्थान गौरव अवार्ड , हॉल ऑफ फेम , 32nd मनमोहन भट्ट मेमोरियल अवार्ड और गुरु वशिष्ट अवार्ड से नवाजा गया , JIFF में बॉलीवुड एक्टर प्रेम चोपड़ा जी द्वारा वॉइस ऑफ राजस्थान आवर्ड से नवाज़ा गया। वीणा भजन सम्राट अनूप जालौटा के साथ भी प्रस्तुति दे चुकी है।
Entitled as “Jaipur Shree” and “Ghazal Samrat” Suresh Gehlot is the finest Ghazal singer from Rajasthan. Suresh Gehlot, has mastered the art of ghazal singing and delivered numerous shows, ghazal nights, and solo bollywood music concerts all over India. Handling a stage is an art which Suresh has absorbed into his soul since his childhood. For last 25 years he has performed more than 1000 shows all over India. He also had an opportunity to share the same stage of Ghazal Maestro Jagjit Singh and Pankaj Udhas and other well known artists.