Suramnath Kalbeliya
कालबेलिया नृत्य राजस्थान की संस्कृति की पहचान है। इस नृत्य के जरिए राजस्थान की लाेक कला काे पूरे विश्व में अासानी से पहचाना जाता है। जाेधपुर के सुरमनाथ इस नृत्य शैली के प्रमुख कलाकार हैं। इन्हाेंने इस नृत्य की शिक्षा गुरु कालुनाथ कालबेलिया से प्राप्त की है जाे गायन में आकाशवाणी के प्रथम ग्रेड कलाकार भी हैं। सुरमनाथ बताते हैं कि गुरु कालुनाथ काे भारत की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी, स्व. राजीव गांधी, डाॅ. मनमोहन सिंह, राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह, स्व. ए.पी.जे अब्दुल कलाम अाैर सोनिया गांधी जैसी हस्तियाें के समकक्ष कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत करने का गाैरव हासिल है। सुरमनाथ ने अपने गुरु के साथ अनेक मंचाें से इस कला का परचम लहराया है। वाे स्वयं भी एक अतंरराष्ट्रीय कलाकार हैं अाैर अनेक प्रस्तुतियाें में उन्हाेंने पार्श्व गायिका इला अरुण का सहयाेग किया है। सुरमनाथ कालबेलिया के अलावा राजस्थान में प्रचलित अनेक लाेक नृत्य करने की कला में माहिर हैं। ये भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के भी एप्रूव्ड अार्टिस्ट हैं। इन्हाेंने भारत के अलावा पेरिस, इटली, जर्मनी, हांगकांग, जापान अाैर अमेरिका अादि देशाें में प्रस्तुतियां दी हैं।